एक समय की बात है, एक बहुत ही खुशहाल परिवार था।
فِي يَوْمٍ مِنَ الأَيَّامِ، كَانَتْ هُنَاكَ عَائِلَةٌ سَعِيدَةٌ.
वे कभी एक दूसरे से नहीं लड़ते थे। वे घर पर और खेतों में अपने माता-पिता की मदद करते थे।
لَمْ يَحْدُثْ بَيْنَهُمْ أَيُّ خِلَافٍ قَطُّ. كَانُوا دَائِمًا يُعَاوِنُونَ وَالِدَيْهِمْ فِي الحَقْلِ وَفِي المَنْزِلِ.
पर उन्हें आग के पास जाने की अनुमति नहीं थी।
لَكِنْ لَمْ يُسْمَحْ لَهُمْ بِالاِقْتِرَابِ مِنَ النَّارِ أَبَداً.
वे अपना सारा काम रात में करते थे, क्योंकि वे मोम से बने हुए थे।
كَانَ عَلَيْهِمْ القِيَامُ بِكُلِّ مَا لَدَيْهِمْ مِنْ أَعْمَالٍ خِلَالَ اللَّيلِ، لِأَنَّهُمْ مَصْنُوعُونَ مِنَ الشَّمْعِ.
लेकिन उन में से एक लड़के की सूरज की रोशनी में जाने की इच्छा थी।
وَلَكِنَّ أَحَدَ الأَوْلَادِ كَانَ يَتُوقُ إِلَى الخُرُوجِ فِي ضَوْءِ الشَّمْسِ.
एक दिन उसकी जाने की बहुत ज़्यादा इच्छा हुई तो उसके भाइयों ने उसे चेतावनी दी…
وَذَاتَ يَوْمٍ اشْتَدَّتْ رَغْبَتُهُ فِي الخُرُوجِ فِي النَّهَارِ، فَحَذَّرَهُ إِخْوَتُهُ…
पर बहुत देर हो चुकी थी! वह गर्म धूप में पिघल गया था।
وَلَكِنْ بَعْدَ فَوَاتِ الأَوَانِ! فَقَدْ ذَابَ فِي الشَّمْسِ الحَارِقَةِ.
अपने भाई को पिघलता देख मोम के बच्चे बहुत उदास हो गए।
كَانَ أَطْفَالُ الشَّمْسِ حَزِينِينَ لِلْغَايَةِ لِرُؤْيَةِ أَخِيهِمْ يَذُوبُ.
पर उन्होंने एक योजना बनाई। उन्होंने उस मोम को एक चिड़िया का आकार दे दिया।
إِلَّا أَنَّهُمْ قَامُوا بِتَشْكِيلِ قِطْعَةِ الشَّمْعِ المُنْصَهِرِ إِلَى طَيْرٍ.
वे अपने चिड़िया बने भाई को एक ऊँचे पहाड़ पर ले गए।
بَعْدَ ذَلِكَ، أَخَذُوا أَخَاهُمْ المُتَشَكِّلَ عَلَى هَيْئَةِ طَيْرٍ إِلَى جَبَلٍ عَالٍ.
और जैसे ही सूरज निकला, वह सुबह की रोशनी में गाता हुआ उड़ गया।
وَمَعَ بُزُوغِ الشَّمْسِ، طَارَ بَعِيداً وَهْوَ يُغَنِّي فِي ضَوْءِ النَّهَارِ.