बहुत समय पहले की बात है, तीन लड़कियां लकड़ी इकट्ठा करने बाहर गई।
वह एक गरम दिन था इसलिए वे नदी में तैरने के लिये गई। उन्होंने पानी में खेला, छीटे उड़ाये और तैराकी किया।
अचानक, उन्हें लगा कि बहुत देर हो चुका है। वे जल्दी में गाँव की तरफ लौटी।
जब वे घर के पास आइ, नोज़िबेले ने अपना हाथ अपने गले पर रखा। वह अपने गले का हार भूल गई थी! "कृपया मेरे साथ वापस आओ!" उसने अपने सहेलियों से प्रार्थना की। लेकिन उसकी सहेलियों ने कहा कि बहुत देर हो चुकी है।
इसलिए नोज़िबेले अकेले ही नदी की तरफ गई। उसे अपना गले का हार मिल गया वो जल्दी से घर की तरफ चली। लेकिन वह अंधेरे में खो गई।
कुछ दूर उसने एक उजाला देखा जो एक झोपड़ी से आ रही थी। वह जल्दी से उसकी तरफ बढ़ी और दरवाजे को खटखटाया।
वह चौकी, एक कुत्ते ने दरवाजा खोला और बोला,"क्या तुम चाहती हो?" "मैं खो गई हूं और मुझे सोने के लिए जगह चाहिए," नोज़िबेले ने कहा। "अंदर आयो, नहीं तो मैं तुम्हें काटूँगा!" कुत्ते ने कहा। इसलिए नोज़िबेले अंदर आई।
फिर कुत्ते ने बोला, "मेरे लिए खाना बनाओ!" "लेकिन मैने कभी कुत्ते के लिए खाना नहीं बनाया," उसने उत्तर दिया। "खाना बनाओ, नहीं तो मैं काटूँगा!" कुत्ते ने कहा। इसलिए नोज़िबेले ने कुत्ते के लिए कुछ खाना बनाया।
फिर कुत्ते ने कहा, "मेरा बिस्तर लगाओ!" नोज़िबेले ने उत्तर दिया, "मैंने कुत्ते के लिए कभी बिस्तर नहीं लगया।" "बिस्तर लगाओ, नहीं तो काट लूँगा!" कुत्ता बोला। तो नोज़िबेले ने बिस्तर लगा दिया।
हर रोज़ वह कुत्ते के लिये खाना बनाती, झाड़ू लगती और धोती। फिर एक दिन कुत्ते ने कहा, "नोज़िबेले, आज मैं अपने कुछ दोस्तों के घर जा रहा हूँ।" मेरे आने से पहले घर को झाड़ू लगा देना, खाना बना देना और मेरे समानो को धो देना।
जैसे ही कुत्ता गया, नोज़िबेले ने अपने सर से तीन बाल लिया। एक बाल को बिस्तर में रख दिया, एक दरवाजे के पीछे और एक को बाड़े में। फिर वह घर की तरफ़ भागी जितनी तेज़ी से वह भाग सकती थी।
जब कुत्ता लौट, उसने नोज़िबेले को ढूढ़ा। "नोज़िबेले कहा हो तुम?" वह चिलाया। "मैं यहाँ हूँ, बिस्तर के निचे," पहले बाल ने कहा। "मैं यहाँ हूँ, दरवाजे के पीछे," दूसरे बाल ने बोला। "मैं यहाँ हूँ, बाड़े में," तीसरे बाल ने कहा।
फिर कुत्ते को पता चल गया कि नोज़िबेले ने उसे छला है। तो वह दौड़ा और गाँव के रास्ते की तरफ दौड़ा। लेकिन नोज़िबेले के भाई हाथों में बड़े डंडों के साथ उसका इंतजार कर रहे थे। कुत्ता मुड़ा और भागा और फिर कभी भी दिखाई नहीं दिया।
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