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वुसी की बहन ने क्या कहा What Vusi's sister said

Written by Nina Orange

Illustrated by Wiehan de Jager

Translated by Nandani

Language Hindi

Level Level 4

Narrate full story The audio for this story is currently not available.


एक दिन सुबह सुबह वुसी की दादी ने उसे बुलाया, “वुसी, कृपया इन अंडों को अपने माता-पिता के पास ले जाओ। वे तुम्हारी बहन की शादी के लिए एक बड़ा सा केक बनाना चाहते हैं।”

Early one morning Vusi’s granny called him, “Vusi, please take this egg to your parents. They want to make a large cake for your sister’s wedding.”


माता-पिता के पास जाते समय रास्ते में, वुसी फल बटोरने वाले दो लड़कों से मिला। एक लड़के ने वुसी से अंडा छीना और उसे पेड़ पर फेंक दिया। अंडा टूट गया।

On his way to his parents, Vusi met two boys picking fruit. One boy grabbed the egg from Vusi and shot it at a tree. The egg broke.


वुसी ने रोते हुए कहा “ये तुमने क्या किया?” “वे अंडे केक के लिए थे। वह केक मेरी बहन की शादी के लिए था। अगर मेरी बहन को शादी का केक नहीं मिल पाया तो वह क्या कहेगी?”

“What have you done?” cried Vusi. “That egg was for a cake. The cake was for my sister’s wedding. What will my sister say if there is no wedding cake?”


लड़के वुसी को परेशान करने के लिए शर्मिंदा थे। “हम केक का तो कुछ नहीं नहीं कर सकते, लेकिन अपनी बहन के लिए एक चलने वाली छड़ी तुम ले जाओ,” एक ने कहा। वुसी ने अपना सफ़र जारी रखा।

The boys were sorry for teasing Vusi. “We can’t help with the cake, but here is a walking stick for your sister,” said one. Vusi continued on his journey.


रास्ते में वह दो आदमियों से मिला जो घर बना रहे थे। उनमें से एक ने पूछा “क्या हम उस मजबूत छड़ी का प्रयोग कर सकते हैं?” पर वह छड़ी मकान के लिए मजबूत नहीं थी, और वह टूट गई।

Along the way he met two men building a house. “Can we use that strong stick?” asked one. But the stick was not strong enough for building, and it broke.


“यह तुमने क्या किया?” वुसी रोया। “यह छड़ी मेरी बहन के लिए उपहार था। इसे फलवालों ने मेरी बहन को दिया था क्योंकि उन्होंने उसके केक के लिए अंडे तोड़ दिए थे। केक मेरी बहन की शादी के लिए था। अब न अंडा है, न केक, और नहीं ही कोई उपहार। मेरी बहन क्या कहेगी?”

“What have you done?” cried Vusi. “That stick was a gift for my sister. The fruit pickers gave me the stick because they broke the egg for the cake. The cake was for my sister’s wedding. Now there is no egg, no cake, and no gift. What will my sister say?”


मजदूर छड़ी तोड़ने पर दुखी थे। उनमें से एक ने कहा “हम केक का तो कुछ नहीं कर सकते, पर तुम्हारी बहन के लिए हमारे पास कुछ भूसा है, ले जाओ “। और फिर वुसी ने अपना सफ़र जारी रखा।

The builders were sorry for breaking the stick. “We can’t help with the cake, but here is some thatch for your sister,” said one. And so Vusi continued on his journey.


रास्ते में, वुसी किसान और एक गाय से मिला। “क्या स्वादिष्ट भूसा है, क्या इसे मैं थोड़ा सा खा सकती हूँ?” गाय ने पूछा। पर भूसा इतना स्वादिष्ट था कि गाय ने उसे पूरा ही खा लिया!

Along the way, Vusi met a farmer and a cow. “What delicious thatch, can I have a nibble?” asked the cow. But the thatch was so tasty that the cow ate it all!


“यह तुमने क्या किया?” वुसी रोया। “वह भूसा मेरी बहन के लिए उपहार था। मजदूरों ने मुझे दिया था वह भूसा क्योंकि उन्होंने फलवालों से मिली छड़ी को तोड़ दिया था। फलवालों ने मुझे इसलिए दिया क्योंकि उन्होंने मेरी बहन के केक के लिए मिले अंडे को तोड़ दिया था। केक मेरी बहन की शादी के लिए था। अब न तो अंडा है, न केक, और न कोई उपहार। मेरी बहन क्या कहेगी?”

“What have you done?” cried Vusi. “That thatch was a gift for my sister. The builders gave me the thatch because they broke the stick from the fruit pickers. The fruit pickers gave me the stick because they broke the egg for my sister’s cake. The cake was for my sister’s wedding. Now there is no egg, no cake, and no gift. What will my sister say?”


गाय को पछतावा हुआ कि उसने लालच किया। किसान उसकी बहन के उपहार के रूप में गाय देने के लिए तैयार हो गया। वुसी गाय को अपने साथ ले जाने लगा।

The cow was sorry she was greedy. The farmer agreed that the cow could go with Vusi as a gift for his sister. And so Vusi carried on.


लेकिन गाय रात के समय दौड़ कर किसान के पास वापस आ गई। और वुसी रास्ता भूल गया। वह अपनी बहन की शादी में बहुत देर से पहुँचा। मेहमान पहले से ही खाना खा रहे थे।

But the cow ran back to the farmer at supper time. And Vusi got lost on his journey. He arrived very late for his sister’s wedding. The guests were already eating.


“मैं क्या करूँ?” वुसी रोने लगा।” मज़दूरों से से मिले भूसे के बदले में उपहार में मिली गाय भाग गई। राजमिस्त्रियों ने मुझे भूसा इसीलिए दिया था क्योंकि उन्होंने फलवालों से मिली छड़ी को तोड़ दिया था। फलवालों ने मुझे छड़ी इसलिए दी थी क्योंकि उन्होंने मेरे अंडे तोड़ दिए थे जो केक के लिए थे। केक शादी के लिए था। अब न तो अंडा है, न केक, और न ही उपहार”।

“What shall I do?” cried Vusi. “The cow that ran away was a gift, in return for the thatch the builders gave me. The builders gave me the thatch because they broke the stick from the fruit pickers. The fruit pickers gave me the stick because they broke the egg for the cake. The cake was for the wedding. Now there is no egg, no cake, and no gift.”


वुसी की बहन ने थोड़ी देर सोचा, फिर वह बोली, “वुसी मेरे भाई, मुझे सच में उपहारों से कोई फ़र्क नहीं पड़ता। मुझे केक से भी कोई फ़र्क नहीं पड़ता! हम सभी यहाँ साथ में हैं, मैं खुश हूँ। अब तुम अच्छे से कपड़े पहनो और आओ हम मिलकर इस दिन का जश्न मनाते हैं!” और फिर वुसी ने ऐसा ही किया।

Vusi’s sister thought for a while, then she said, “Vusi my brother, I don’t really care about gifts. I don’t even care about the cake! We are all here together, I am happy. Now put on your smart clothes and let’s celebrate this day!” And so that’s what Vusi did.


Written by: Nina Orange
Illustrated by: Wiehan de Jager
Translated by: Nandani
Language: Hindi
Level: Level 4
Source: What Vusi's sister said from African Storybook
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