Download PDF
Back to stories list

दरियाई घोड़ों के बाल क्यों नहीं होते Why hippos have no hair

Written by Basilio Gimo, David Ker

Illustrated by Carol Liddiment

Translated by Nandani

Language Hindi

Level Level 2

Narrate full story The audio for this story is currently not available.


एक दिन, खरगोश नदी किनारे घूम रहा था।

One day, Rabbit was walking by the riverside.


दरियाई घोड़ा भी वहाँ था, वह घूम रहा था और कुछ अच्छी घास खा रहा था।

Hippo was there too, going for a stroll and eating some nice green grass.


दरियाई घोड़े ने नहीं देखा कि खरगोश भी वहीं है उसने गलती से खरगोश के पैरों पर अपना पैर रख दिया। खरगोश दरियाई घोड़े पर चिल्लाने लगा, “तुम दरियाई घोड़े! तुम देख नहीं सकते कि मेरे पैरों पर अपना पैर रख रहे हो?”

Hippo didn’t see that Rabbit was there and she accidentally stepped on Rabbit’s foot. Rabbit started screaming at Hippo, “You Hippo! Can’t you see that you’re stepping on my foot?”


दरियाई घोड़े ने खरगोश से माफ़ी माँगी, “माफ़ करना मुझे। मैंने तुमको नहीं देखा। कृपया मुझे माफ़ कर दो” लेकिन खरगोश ने उसकी बात नहीं सुनी और वह दरियाई घोड़े पर चिल्लाने लगा, “तुमने जान बूझकर किया है! किसी दिन, तुम देखना! तुम्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी”

Hippo apologised to Rabbit, “I’m so sorry. I didn’t see you. Please forgive me!” But Rabbit wouldn’t listen and he shouted at Hippo, “You did that on purpose! Someday, you’ll see! You’re going to pay!”


खरगोश मैदान में लगी आग के पास गया और बोला “जाओ, आग! दरियाई घोड़े को जला दो जब वह घास खाने पानी से बाहर आए। उसने मेरे पैरों को कुचला है!” आग ने उत्तर दिया, “कोई समस्या नहीं, खरगोश मेरे दोस्त। मैं वही करूँगी जो तुमने कहा।”

Rabbit went to find Fire and said, “Go, burn Hippo when she comes out of the water to eat grass. She stepped on me!” Fire answered, “No problem, Rabbit, my friend. I’ll do just what you ask.”


बाद में, दरियाई घोड़ा नदी से दूर घास खा रहा तभी, “बाप रे!” आग की लपटें धधकने लगीं और दरियाई घोड़े के बाल जलाने लगीं।

Later, Hippo was eating grass far from the river when, “Whoosh!” Fire burst into flame. The flames began to burn Hippo’s hair.


दरियाई घोड़े ने रोना शुरू कर दिया और पानी के लिए दौड़ा। उसके सारे बाल आग से जल गए थे। दरियाई घोड़ा रो रहा था “मेरे बाल आग में जल गए! मेरे सारे बाल चले गए! मेरे सुंदर बाल!”

Hippo started to cry and ran for the water. All her hair was burned off by the fire. Hippo kept crying, “My hair has burned in the fire! My hair is all gone! My beautiful hair!”


खरगोश खुश था कि दरियाई घोड़े के सारे बाल जल गए। और आज तक, आग के डर से, दरियाई घोड़ा पानी से दूर नहीं जाता।

Rabbit was happy that Hippo’s hair was burned. And to this day, for fear of fire, the hippo never goes far from the water.


Written by: Basilio Gimo, David Ker
Illustrated by: Carol Liddiment
Translated by: Nandani
Language: Hindi
Level: Level 2
Source: Why hippos have no hair from African Storybook
Creative Commons License
This work is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 International License.
Options
Back to stories list Download PDF