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दादी माँ के साथ छुट्टियाँ في عطلة مع الجدة

كُتِب بواسطة Violet Otieno

رسمة بواسطة Catherine Groenewald

بترجمة Nandani

لغة الهندية

مستوى المستوى 4

سرد للقصة كاملة الصوت لهذه القصة غير متوفر.


ओडोंगो और अपियो अपने पिता के साथ शहर में रहते थे। वे छुट्टियों को लेकर खुश थे। इसलिए नहीं कि उनका स्कूल बंद था बल्कि इसलिए क्योंकि वे दादी माँ के घर जा रहे थे। वे झील के पास के मछुआरों के गाँव में रहती थीं।

كان أودنقو وأبيو يعيشان مع أبيهما في المدينة، وكانا ينتظران العطلة بفارغ الصبر، ليس فقط لأن المدرسة ستغلق أبوابها ولكن أيضا لأنهما يريدان زيارة جدتهما التي كانت تعيش في قرية صيد محاذية لبحيرة كبيرة.


ओडोंगो और अपियो काफ़ी उत्साहित थे क्योंकि वे फिर से दादी माँ के घर जाने वाले थे। एक रात पहले उन्होंने अपना सामान बाँध लिया और गाँव की लम्बी यात्रा के लिए तैयार हो गए। वे सोए नहीं, पूरी रात छुट्टियों की बात करते रहे।

كان أودنقو وأبيو متحمسين أشد الحماس لأن الوقت قد حان لزيارة جدتهما من جديد. وفي الليلة التي سبقت الزيارة، حزم الصغيران حقائبهما واستعدا للرحلة الطويلة التي ستأخذهما إلى قرية جدتهما. لم يستطيعا ليلتها النوم، ولبثا يتحدثان عن العطلة طوال الليل.


अगले दिन सुबह- सुबह, वे अपने पिता की कार से गाँव के लिए निकल पड़े, रास्ते में पहाड़ों, जंगली जानवरों और चाय के बागानों को पार करते हुए वे अपनी गाड़ी से आगे बढ़ते चले गए। वे रास्ते में दिखने वाली कारों को गिन रहे थे और गाने गा रहे थे।

وفي صباح اليوم الموالي، امتطى الصغيران سيارة أبيهما وقصدا القرية باكراً. كانت السيارة تشق طريقها عبر الجبال وبين الحيوانات البرية ومزارع الشاي، وكان الصغيران يحصيان عدد السيارات ويغنيان.


कुछ समय बाद, बच्चे थककर सो गए।

لكن وبعد فترة من الوقت، شعر الصغيران بالتعب وغلبهما النعاس فاستسلما للنوم.


जब वे गाँव में पहुँच गए तो पिता ने ओडोंगो और अपियो को जगाया। उन्होंने देखा कि उनकी दादी माँ, न्यार-कन्याडा पेड़ के नीचे चटाई पर आराम कर रही हैं। लुओ में न्यार-कन्याडा का अर्थ है “कन्याडा समाज की बेटी”। वह सुंदर और दमदार महिला थीं।

أيقظ الأب الطفلين أودنقور وأبيو لدى وصولهما إلى القرية. وجد الصغيران جدتهما، نيار كنيادا، تستريح على حصير تحت شجرة. كان اسمها بلغة الليو يعني “ابنة شعب كنيادا” وكانت امرأةً جميلةً وقويةً.


न्यार-कन्याडा घर में उनका स्वागत करते हुए उनके चारों ओर खुशी से नाचने और गाने लगीं। उनकी पोती-पोता उन्हें उपहार देने के लिए उत्साहित थे, जो वे उनके लिए शहर से लेकर आए थे। “पहले मेरा उपहार देखो,” ओडोंगो ने कहा। “नहीं, पहले मेरा!” अपियो ने कहा।

استقبلتهما الجدة بحفاوة في منزلها ورقصت وغنت من شدة الفرح. كان الحفيدان مغتبطين بإعطاء جدتهما الهدايا التي اشتروها لها من المدينة. قال أودنقو: “جدتي.. افتحي هديتي أنا أولاً”. وقالت ابيو: “لا جدتي، هديتي أنا أولاً”


उपहारों को देखने के बाद, न्यार-कन्याडा ने अपने पोते-पोती को रीति रिवाज के अनुसार आशीर्वाद दिया।

وبعد أن فتحت نيار كنيادا الهدايا، شكرت حفيديها وباركتهما على الطريقة التقليدية.


फिर ओडोंगो और अपियो बाहर चले गए। वे तितलियों और चिड़ियों के पीछे दौड़ लगा रहे थे।

بعد ذلك، خرج اودنقو وابيو إلى الحقول فلاحقا الفراشات والطيور.


वे पेड़ पर चढ़े और झील के पानी में कूद गए।

وتسلقا الأشجار واستحما في ماء البحيرة.


जब शाम हुई तो वे रात के खाने के लिए घर लौटे। खाना खत्म करने से पहले ही, उन्हें नींद आने लगी।

ولما أقبل المساء رجعا إلى المنزل ليتناولا العشاء. لكن قبل أن ينهيا طعامهما كان الصغيران قد غلبهما النعاس فناما.


अगले दिन, बच्चों के पिता उन्हें न्यार-कन्याडा के पास छोड़कर वापस शहर चले गए।

وفي اليوم الموالي انطلق الأب بسيارته إلى المدينة وترك الصغيرين صحبة جدتهما نيار كنيادا.


ओडोंगो और अपियो दादी माँ को उनके घर के कामों में मदद किया करते। वे पानी और ईंधन की लकड़ियाँ लाते। मुर्गियों के पास से अंडा इकट्ठा करते और बगीचे से हरी सब्ज़ियाँ तोड़ कर लाते।

ساعد أودنقو وأبيو جدتهما في شؤون المنزل، فكانا يحضران الماء والحطب ويجمعان البيض من قن الدجاج ويلتقطان الخضار من الحديقة.


न्यार-कन्याडा ने अपने पोता-पोती को खिचड़ी के साथ खाने के लिए मुलायम उगाली बनाना सिखाया। उन्होंने उन्हें सिखाया कि भुनी हुई मछली के साथ खाने के लिए नारियल वाले चावल कैसे बनाए जाते हैं।

علمت نيار كنيادا حفيديها كيفية صنع الأوقالي اللين لتناوله مع الحساء، كما علمتهما كيفية صنع رز جوز الهند لتناوله مع السمك المحمر.


एक सुबह, ओडोंगो अपनी दादी की गायों को चराने ले गया। गायें पड़ोसी के खेत में भाग गईं। किसान ओडोंगो पर गुस्सा हो गया। उसने धमकी दी कि अगर उन्होंने फिर से फ़सल खाई तो वह गायों को रख लेगा। उस दिन के बाद, लड़के ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि गायें फिर से कोई समस्या न खड़ी कर दें।

وفي صباح أحد الأيام، أخذ أودنقو بقرات جدته إلى المرعى، فأسرعت البقرات بالدخول إلى حقل أحد المزارعين. غضب المزارع من أدنقو وهدد بأن يحتفظ بالبقرات عنده لأنها أكلت محصوله. ومنذ ذلك اليوم، عزم الولد على ألا يترك البقرات تتسبب في أي مشكل جديد.


दूसरे दिन, बच्चे न्यार-कन्याडा के साथ बाज़ार गए। उनकी अपनी एक दुकान थी जहाँ सब्ज़ियाँ, चीनी और साबुन मिलता था। अपियो को ग्राहकों को सामान का दाम बताना पसंद था। ग्राहक जो समान खरीदते ओडोंगो उनको बाँधने का काम करता।

وفي يوم آخر، ذهب الصغيران مع نيار كنيادا إلى التسوق. كانت الجدة تضع الخضار والسكر والصابون على منصة لبيعها وكانت أبيو تعلم الزبائن بثمن السلع. أما أودنقو فقد كان يلف المشتريات للزبائن.


शाम को वे साथ बैठकर चाय पीते। जो पैसे दादी माँ कमातीं उनको गिनने में उनकी मदद करते।

وفي نهاية اليوم شربوا شاي تشاي معا وساعدوا الجدة في حساب المال الذي حصلت عليه.


लेकिन जल्द ही छुट्टियाँ खत्म हो गईं और बच्चों को वापस शहर आना था। न्यार-कन्याडा ने ओडोंगो को एक टोपी और अपियो को एक स्वेटर दिया। रास्ते के लिए उन्होंने खाना बाँधा।

غير أن العطلة انتهت بسرعة، وكان لزاماً على الصغيرين الرجوع إلى المدينة. أهدت نيار كنيادا قبعة لأودنقو وسترة لأبيو، كما أعدت لهم طعاماً من أجل الرحلة.


जब उनके पिता उन्हें लेने आये, वह जाना नहीं चाहते थे। बच्चों ने न्यार-कन्याडा से अनुरोध किया कि वह उनके साथ शहर चलें। वह हँसी और बोली, “मैं शहर के लिए बहुत बूढ़ी हो गई हूँ। मैं तुम लोगों का इंतज़ार करूँगी कि तुम फिर से मेरे गाँव आओ।”

وعندما جاء أبوهما لاصطحابهما معه إلى المنزل، لم يريدا المغادرة، بل رجوا نيار كنيادا أن تذهب معهما إلى المدينة. ابتسمت الجدة وقالت: “لقد أصبحت عجوزاً، ولن أستطيع الذهاب إلى المدينة. سوف أنتظر حتى تعودا إلى قريتي من جديد”.


ओडोंगो और अपियो दोनों ने उन्हें ज़ोर से गले लगाया और अलविदा कहा।

عانق أودنقو وأبيو جدتهما بحرارة وودعاها.


जब ओडोंगो और अपियो स्कूल वापस गए तो उन्होंने अपने दोस्तों को गाँव के जीवन के बारे में बताया। कुछ को लगा कि शहर में जीवन अच्छा है। कुछ को लगा कि गाँव बेहतर हैं। लेकिन अधिकतर इस बात से सहमत थे कि ओडोंगो और अपियो की दादी बहुत अच्छी हैं।

ولما عاد أودنقو وأبيو إلى المدرسة، حدثا أصدقائهما عن الحياة في القرية. أحس بعض الأطفال أن الحياة في المدينة جميلة بينما أحس البعض الآخر أنها أجمل في القرية. لكنهم اتفقوا جميعا على ان لأدنقو وأبيو جدة رائعة.


كُتِب بواسطة: Violet Otieno
رسمة بواسطة: Catherine Groenewald
بترجمة: Nandani
لغة: الهندية
مستوى: المستوى 4
المصدر: Holidays with grandmother از القصص الأفريقية القصيرة
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